क्राइमभोपाल

त्यौहारों पर शांति एवं कानून व्यवस्था रखें बहाल महिलाओं से अभद्रता करने वालों पर कठोर कार्रवाई

सोशल मीडिया पर हो सतर्क दृष्टि

रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन भोपाल मध्यप्रदेश
होली, रंगपंचमी और ईद के त्यौहारों पर शांति एवं कानून व्यवस्था बहाल रहे और सौहार्द बना रहे, इसके दृष्टिगत पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाणा ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पुलिस विभाग के बड़े अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में समस्त समस्त एडीजी,आईजी, पुलिस आयुक्त भोपाल एवं इंदौर,रेंज डीआईजी एवं समस्त पुलिस अधीक्षक शामिल हुए । बैठक में स्पेशल डीजी सीआईडी पवन श्रीवास्तव सहित वरिष्ठ अधिकारी तथा एडीजी (इंटेलिजेंस) और आईजी लॉ एंड ऑर्डर भी उपस्थित रहे। डीजीपी ने कहा कि प्रदेश भर में आयोजित होने वाले त्यौहारों के दौरान शांति एवं कानून व्यवस्था बनाने के लिए हमें तैयार रहना है। त्यौहारों में नागरिक उत्साहपूर्वक सम्मिलित हो रहे हैं, जिसके दृष्टिगत पुलिस की व्यवस्थाएं चाक-चौबंद हों, यह सुनिश्चित किया जाए। पुलिस अधीक्षक पूरे बल की गहन समीक्षा कर सभी संवेदनशील तथा उपयुक्त स्थल पर पर्याप्त तैनाती सुनिश्चित करें। ग्राम,नगर रक्षा समिति तथा ग्राम कोटवारों का भी सहयोग लें। उन्होंने कहा कि जिला एवं थाना स्तर के अलावा आवश्यकतानुसार बीट्स, मोहल्ला पर भी शांति समिति की बैठक आयोजित करें। बीट स्तर की इंटेलीजेंस को अत्यधिक सक्रिय रखें। डीजीपी ने रमजान, होली और रंगपंचमी के अवसर पर कड़े सुरक्षा प्रबंध सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिलों में शांति समितियों की बैठकें करने के साथ ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारी धर्मगुरुओं से समय-समय पर संवाद और समन्वय बनाए रखें। कहीं किसी प्रकार की समस्या या परेशानी होने की स्थिति में उसका समाधान समय से सुनिश्चित कराया जाए।त्यौहारों के दौरान इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि महिलाओं के साथ कोई अभद्रता की घटना ना हो। महिलाओं के साथ छेड़खानी करने वालों के विरुद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान डीजीपी ने बल देते हुए कहा कि विशेष तौर पर अवैध शराब कारोबारियों पर कार्रवाई की जाए। लाइसेंसी शराब दुकानें शासन के निर्धारित समय पर खुलें एवं बंद हों, यह अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करें। वहीं डीजे पर आपत्तिजनक गाने ना बजाए जाएं, डीजे संचालकों को निर्देशित करें। सभी संवेदनशील क्षेत्रों व हॉट स्पॉट की लिस्ट बनाकर वरिष्ठ अधिकारी खुद उनका भ्रमण करें व सुरक्षा प्रबंधों की भी समीक्षा करें। उन्होंने कहा कि आयोजन स्थलों और मिली-जुली आबादी वाले क्षेत्रों और जुलूस मार्गों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था करें। उन्होंने सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों के जरिये निगरानी और प्रमुख स्थानों पर डायल 100 की पीआरवी को मुस्तैद किए जाने के निर्देश दिए। साथ ही माइनर एक्ट, अवैध शराब, अवैध शस्त्र, मादक पदार्थों से संबंधित अपराधों पर भी प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। होलिका दहन पर आगजनी की घटनाओं को रोकने के लिए विशेष व्यवस्था की जाए। नागरिकों को भी समझाइश दें कि बिजली के खंभों, तारों या किसी अन्य ज्वलनशील पदार्थों के आसपास होलिका दहन ना करें। पंचायतों, नगरीय निकायों, स्वास्थ्य विभाग से भी समन्वय करें और फायरब्रिगेड एवं आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था सुनिश्चित करें। डीजीपी मकवाणा ने कहा कि विगत वर्षों जिन स्थानों पर सांप्रदायिक घटनाएं एवं विवाद की परिस्थितयां बनीं हैं, उन सभी संवेदनशील स्थानों को चिह्नित कर उनकी विशेष निगरानी की जाए। विशेषकर शरारती तत्वों और उपद्रव फैलाने वाले लोगों की पहचान पहले ही कर ली जाए और उन पर विशेष नजर रखी जाए। होली के दौरान होने वाले विवादों को थाना स्तर पर निराकृत करने का प्रयास करें। होली पर निकलने वाले जुलूस के मार्गों को चिह्नांकित कर, यहां पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था करें। इस दौरान पुलिस की निगरानी के लिए वीडियोग्राफी करें, इसके लिए ड्रोन की भी प्रयोग करें। डीजीपी मकवाणा ने सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर प्रसारित संदेशों व वीडियो पर सतर्क दृष्टि रखने के निर्देश दिए। यदि कोई भ्रामक जानकारी सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रही है तो अविलंब इसका खंडन करें और सही जानकारी से अवगत कराएं। डीजीपी ने कहा कि प्रत्येक जिले में सोशल मीडिया सेल स्थापित की गई है। सभी से अनुरोध है कि सोशल मीडिया और इंटरनेट की सूक्ष्मता से मॉनिटरिंग करें और उचित कार्रवाई करें।

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